बिहार में लगभग 3 लाख 68 हजार नियोजित शिक्षक कार्यरत हैं! जिन पर अब मुसीबत का पहाड़ टूटने वाला है! दरअसल बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने नियोजित शिक्षकों को हटाने की बात कह कर एक बड़ा झटका दिया है!
आपको बता दें कि सक्षमता परीक्षा में शामिल न होने वाले और परीक्षा में विफल होने वाले शिक्षकों से सम्बंधित एक पत्र जारी हुआ है। जिसमें केके पाठक की अध्यक्षता वाली एक कमिटी ने शिक्षक नियमावली 2023 के विरुद्ध फैसला लिया गया है।
शिक्षक नियमावली 2023 के विरुद्ध लिया गया फैसला
दरअसल शिक्षक नियमावली 2023 में सक्षमता परीक्षा में विफल होने अथवा परीक्षा में शामिल न होने के सम्बंध में कहा गया था “वैसे “स्थानीय निकाय” शिक्षक जो नियम-4 के तहत सक्षमता परीक्षा में शामिल या उत्तीर्ण नहीं होते हैं, “स्थानीय निकाय” शिक्षक के रूप में बने रहेंगे।“
लेकिन अब केके पाठक की अध्यक्षता वाली कमिटी ने नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में तीन बार विफल होने पर सेवा मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिससे शिक्षकों में खलबली मच गयी है।
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