KK Pathak: बिहार शिक्षा विभाग की बात करें तो केशव कुमार पाठक सबसे पहले नजर आने लगते हैं। बिहार में शिक्षा की स्तिथी को सुधार करने के लिए कड़े कदम उठाने वाले के के पाठक कई महीनों से सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाले पहले एसीएस अधिकारी (केके पाठक) बन गए हैं।
जिन्होंने बिहार में शिक्षा सुधार लाने के लिए कई शख्त कदम उठाए और लगातार बिहार के स्कूलों में पैनी नजर बनाकर रखी। और कई स्कूली शिक्षकों को स्कूल के नियम और कानून सिखाए। जिससे शिक्षकों में काफी गुस्सा भी देखने को मिला। बावजूद इसके केके पाठक ने अपना कार्य जारी रखा।
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दफ्तर लौटे के के पाठक
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एसीएस केके पाठक लगभग 8 दिनों बाद मंगलवार सुबह दफ्तर लौटे। आपको बता दें कि केके पाठक पिछले हफ्ते चार दिनों की छुट्टी लेकर दिल्ली गए थे। राजधानी दिल्ली से पटना लौटते ही आकस्मिक छुट्टी ले ली, और दफ्तर नहीं आए।
पाठक का सप्ताहभर से विभाग नहीं आने को लेकर कई तरह की अफवाहें विभाग के पदाधिकारियों-कर्मियों और शिक्षकों के बीच चल रही थी। आपको बता दें कि इन चर्चाओं पर तब विराम लग गया जब केके पाठक ने मंगलवार को कार्यालय में दस्तक दी।
दिल्ली से लौटते ही केके पाठक का पहला कदम!
दिल्ली से लौटने के बाद दफ्तगर आते ही केके पाठक ने आगामी होने वाले 70 हजार पदों पर शिक्षक बहाली की तैयारी के बारे में अधिकारीयों से जानकारी ली। आपको बता दें कि मध्य विद्यालयों के 31,982 और माध्यमिक-उच्च माध्यमिक के शिक्षकों के 37,660 पदों पर अगले चरण में बहाली होनी है।
इन पदों के रोस्टर क्लियरेंस के लिए सभी जिले को निर्देश दिए गए हैं कि रोस्टर क्लियरेंस कर रिपोर्ट पर जिलाधिकारी से अनुमोदन लेकर विभाग को भेजें।
सूत्रों के मुताबिक़ दर्जनभर जिलों ने यह रिपोर्ट भेज दी है। शेष जिलों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई समीक्षा में निर्देश दिया गया है कि जल्द-से-जल्द यह रिपोर्ट विभाग को भेज दें।
KK Pathak: प्रतिदिन निरीक्षण कार्य का भी लिया जायजा
केके पाठक ने खासकर विद्यालयों में चल रहे प्रतिदिन के निरीक्षण की भी जानकारी ली। साथ ही कहा कि इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इतना ही नहीं कोर्ट केस के लंबित मामलों की भी केके पाठक ने जानकारी ली और इनके निष्पादन में तेजी लाने का भी निर्देश दिया गया।
पाठक ने यह भी निर्देश दिया कि विभागीय कार्यों का निष्पादन ई-ऑफिस के माध्यम से ही किया जाए। उन्होंने कहा कि अब भी कई पदाधिकारी हैं जो ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य नहीं कर रहे हैं। ऐसे अधिकारी तत्काल यह शुरू कर दें।
3 अक्टूबर 2023 मंगलवार को दफ्तर पहुंचे के के पाठक
4 दिनों की छुट्टी लेकर दिल्ली गए थे केके पाठक
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