Bihar Teacher News: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (केशव कुमार पाठक) ने बिहार शिक्षा व्यवस्था को एक बार फिरसे विश्व का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा व्यवस्था बनाने का जिम्मा उठा लिया है।
नालंदा विश्वविद्यालय की तरह होगा बिहार का प्राथमिक स्कूल!
माना जा रहा है कि जो अंतर्राष्ट्रीय ख्याति नौवीं से बारहवीं शताब्दी तक बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय को प्राप्त थी। अब वो रुतबा और सम्मान बिहार के सभी विद्यालयों का होगा जहाँ, भारत के विभिन्न क्षेत्रों से ही नहीं, बल्कि विश्व भर से विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने बिहार आएंगे।
के के पाठक ने किया पहल
इसकी पहल केके पाठक ने कर दी है। और लगातार शिक्षकों और शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों पर शिक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने को लेकर पत्र जारी कर दबाव भी बनाए जा रहे हैं।
इसकी उचित समीक्षा के लिए शिक्षा विभाग के सभी अधिकारीयों को जिम्मेदारियां बाँट दी गई है। आपको बता दें कि विद्यालय निरिक्षण जैसी बड़ी जिम्मेदारियां शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज शिक्षकों दी गई है।
साथ ही सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी इस बड़े मुहीम में जुटे हुए हैं। इससे राज्य के शिक्षकों, विद्यार्थियों और अधिकारियों में हर्ष उल्लास का माहौल है।
मुहीम में शिक्षकों का बड़ा योगदान
इसी क्रम में आज दिनांक 1 जनवरी (नववर्ष) की छुट्टी भी कैंसिल कर दी गई। साथ ही इस मुहीम में शिक्षकों का ज्यादा से ज्यादा योगदान हो इस लिए वर्ष 2024 में शिक्षकों की छुट्टी भी कम कर दी गयी है।
जहाँ भारत के विभिन्न राज्यों जैसे दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरयाणा, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश इत्यादि में भीषण ठंड के कारण विद्यालयों में छुट्टी दे दी गयी है। वहीं बिहार में चल रहे कोल्ड वेव में भी बिहार के बहादुर योद्धा शिक्षक और शिक्षा विभाग, बिहार को एक बड़ी ऊँचाई पर ले जाने की कोशिश में जुटे हैं।
देश विदेश में हुए चर्चित
इस की सराहना देश विदेश के शिक्षकों और विद्यर्थियों द्वारा की जा रही है। इसी क्रम में आज दिनांक 1 जनवरी 2024 को श्रीमान केके पाठक ने भीषण ठंड में अपने कार्यालय में पूरी निष्ठा के साथ कार्य निष्पादन के उपरांत सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों एवं उप विकास आयुक्त को एक पत्र जारी कर सात बिंदुओं पर जल्द कदम उठाने को लेकर निर्देशित किया।
पत्र में निम्न बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित किया गया है।
- (क): बिहार विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 के सम्बन्ध में
- (ख): बोर्ड की परीक्षा
- (ग): बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाओं की कॉपियों की जाँच
- (घ): कोचिंग संतानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को चिन्हित करना
- (ङ): अवकाश पर नियंत्रण की योजना
- (च): बोर्ड की तयारी हेतु विशेष कक्षाएं
- (छ): विद्यालय अध्यापकों को नेशन करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन 2023 की जानकारी देना!
यहां पत्र देखें:
इसे भी पढ़ें:
केंद्र सरकार: शीतलहर के कारण देश भर में विद्यालय बंदी की घोषणा!
*नोट:- इस खबर में किसी भी प्रकार की त्रुटि पाने पर कमेंट कर ज़रूर बताएं! और अपनी खबर प्रकाशित करने के लिए मुझे जीमेल पर कांटेक्ट करें gmail: biharteacherhelp@gmail.com साथ ही हमारे काम को सराहने के लिए इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें धन्यवाद्।