विशिष्ट शिक्षक: बिहार सरकार ने शिक्षकों द्वारा किए गए मांग को त्यौहार से पहले दुर्गा पूजा के मौके पर स्वीकार कर लिया है। दरअसल शिक्षकों की तरफ कई सालों से राज्यकर्मी के दर्जे की मांग की जा रही थी।
इसके लिए शिक्षकों ने लगातार सरकार को घेरा और जगह-जगह प्रदर्शन भी किए। इतने दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिर शिक्षकों को सरकार ने राज्य कर्मी का दर्जा यानी विशिष्ट शिक्षक का दर्जा दे ही दिया।
एक तरफ ख़ुशी तो दूसरी तरफ टेंशन
बिहार सरकार ने 12 पेज की नियमावली विज्ञप्ति जारी कर यह साफ़ कर दिया की अब सभी नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक के रूप में जाना जाएगा। और इन्हें ससमय वेतन, स्थान्तरण, अनुकम्पा इत्यादि सभी चीज़ों का लाभ दिया जाएगा।
लेकिन इस सभी के बाद शिक्षकों को बड़ा झटका भी लगा है। जिससे शिक्षकों में जहाँ एक तरफ ख़ुशी की लहर है तो वहीँ दुसरी तरफ टेंशन का माहौल भी बन गया है। जानने के लिए आगे पढ़ें!
सभी शिक्षकों को पास करने होंगे सक्षमता परीक्षा
आपको बता दे कि इस पत्र के जारी होने से 1 साल के भीतर सभी विशिष्ट शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा पास करना होगा। इसके लिए सरकार के तरफ से शिक्षकों को 3 मौके दिए जाएंगे।
अगर शिक्षक इन तीनों मौकों में परीक्षा पास नहीं करते हैं तो उन्हें हमेशा के लिए सेवा से हटा दिया जाएगा। आपको बता दें कि इस परीक्षा की जिम्मेवारी निजी एजेंसियों को दी जाएगी।
यह होगा वेतन संरचना!
क्र० सं० | विशिष्ट शिक्षकों की श्रेणी | मूल वेतन (रूपये में) |
1 | कक्षा I से V तक के विशिष्ट शिक्षक (मध्य विद्यालय के शारीरिक शिक्षकों सहित) | 25000/- |
2 | कक्षा VI से VIII तक के विशिष्ट शिक्षक | 28000/- |
3 | कक्षा IX से X तक के विशिष्ट शिक्षक (माध्यमिक विद्यालय के शारीरिक शिक्षक और पुस्तकालयाध्यक्ष सहित ) | 31000/- |
4 | कक्षा XI से XII तक के विशिष्ट शिक्षक | 32000/- |
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