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विद्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति हुआ अनिवार्य, पत्र जारी।

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विद्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति हुआ अनिवार्य, पत्र जारी।

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उत्तर प्रदेश:– योगी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के क्रम में आदेश जारी किया था जिसमें सभी सरकारी विद्यालयों में बायोमेट्रिक द्वारा शिक्षकों की हाजिरी बनाने की बात कही थी। साथ ही wi–fi उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया था।

इसलिए उत्तर प्रदेश के अब सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में हाजिरी का खेल नहीं होगा। विद्यालय आए बिना शिक्षक व कर्मचारी रजिस्टर पर उपस्थिति नहीं दिखा सकेंगे।

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सभी 2273 राजकीय विद्यालयों में बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दिया है। शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों को इसी माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी।


पर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने शिक्षा निदेशक माध्यमिक व वित्त नियंत्रक को निर्देश दिया है कि राजकीय माध्यमिक कालेजों में शिक्षक और कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से अनिवार्य रूप से लागू की जाए।

उत्तर प्रदेश में 2273 राजकीय इंटरमीडिएट व हाईस्कूल माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। इन कालेजों में पढ़ाई शुरू हो चुकी है।

शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए शिक्षक व कर्मचारियों के विद्यालय आने-जाने की प्रभावी निगरानी शुरू होने जा रही है।

15 दिन पर विद्यालयवार उपस्थिति की रिपोर्ट पहुंचेगा मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक के पास :–

जिला स्तर पर जिला विद्यालय निरीक्षक व मंडल स्तर पर मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति की नियमित निगरानी करेंगे।

निर्देश है कि डीआइओएस हर 15 दिन में विद्यालयवार उपस्थिति की रिपोर्ट मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को भेजेंगे।

मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक पाक्षिक रिपोर्ट अपर शिक्षा निदेशक राजकीय प्रयागराज को उपलब्ध कराते हुए एक प्रति शिविर कार्यालय को ईमेल से भेजेंगे।

निदेशालय स्तर पर संकलित मासिक रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। शिक्षा निदेशक माध्यमिक डा. सरिता तिवारी ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

उपस्थिति के आधार होगा वेतन निर्धारण :–

द्यालयों के प्रधानाचार्यों को यह भी निर्देश दिया गया है कि शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों के वेतन बिल के साथ हर माह बायोमीट्रिक उपस्थिति भी प्रस्तुत की जाए। उसी के आधार पर वेतन बिल पारित करने की कार्यवाही होगी।

किसी विद्यालय में तकनीकी कारण से बायोमीट्रिक पर उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही है तो प्रधानाचार्य तत्काल इसकी सूचना डीआइओएस को दें।

DIOS वीडियो काल, वाट्सएप काल आदि आनलाइन माध्यमों से विद्यालय कार्मिकों की उपस्थिति सत्यापित करेंगे। साथ ही तकनीकी समस्या का निराकरण कराया जाएगा।

हुई 100 दिन की कार्ययोजना पूरी

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय विद्यालयों में बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति को योगी सरकार की 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल किया था।

इसी के तहत हर विद्यालय को बायोमीट्रिक मशीन मुहैया कराई गई और अब उसे शुरू किया जा रहा है।