Old Pension Scheme: शिक्षकों को सरकार के तरफ से इन त्यौहार के दिनों में बड़ी खुशखबरी मिल रही है। सबसे पहले राज्यकर्मी के दर्जे का तोहफा मिला जो दुर्गा पूजा से पहले मिलने की पूरी तैयारी है। जिसे सरकार अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में होने वाले कैबिनेट मीटिंग में इसे लागू कर सकती है।
वहीँ अब दूसरी बड़ी खबर सामने आ रही है कि, बिहार शिक्षकों के पुरानी पेंशन पर भी दिवाली तक फैसला लिया जा सकता है। इस खबर के सामने आने के बाद अब शिक्षकों के चेहरे पर एक अलग ही चमक देखने को मिल रही है।
किन-किन राज्यों में लागू हुआ पुरानी पेंशन योजना
इससे पहले देश के अलग-अलग 5 राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू किया जा चूका है। आपको बता की राजस्थान सबसे पहला राज्य बना था जिसने सबसे पहले पुरानी पेंशन योजना लागू किया था। इन 5 राज्यों की सूची में,
- राजस्थान,
- छत्तीसगढ़,
- झारखंड,
- पंजाब
- हिमाचल प्रदेश शामिल है।
बिहार में भी कई महीनों से शिक्षकों की यह मांग लगातार जारी है। जिसके लिए संघों ने सरकार को इस विषय में लगातार पत्र लिखे हैं। और पुरानी पेंशन योजना की मांग की है।
धरना पर बैठे थे शिक्षक
आपको याद होगा एक सितम्बर का वो दिन जब बिहार के दरभंगा में राष्ट्रीय आंदोलन बिहार के राज्य संगठन के निर्माण के लिए जिले के आच्छादित टीचर, कर्मचारी, पदाधिकारी पुरानी पेंशन के पक्ष में अपने-अपने कार्यस्थल पर काला बिल्ला पहनकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन पर बैठे थे। उस को सफल बनाने के लिए संगठन के जिला मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता संजीत झा सुमन ने इस बात की अपील की थी।
Old Pension Scheme: केंद्र सरकार को लिखा था पत्र
मीडिया रिपोर्ट की माने तो उस वक़्त बिहार सहित उत्तरप्रदेश में भी इसकी मांग उठाई गई थी। और इसके लिए केंद्र में मोदी सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीता रमन को पत्र भी लिखा गया था। और पुरानी पेंशन की मांग की गई थी।
सूत्रों के हवाले से इस बात की पुष्टि की गई है कि लोक सभा चुनाव से पहले-पहले देश के कई अलग-अलग राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू हो सकती है।
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