OLD PENSION SCHEME: देश भर में इन दिनों पुरानी पेंशन को लेकर घमासान मचा हुआ है। खास कर कर्मचारियों के उन मुद्दे को सरकार तक पहुँचाने की मांग तेज है। जिसे 18 साल पहले सन 2004 में वाजपेई सरकार द्वारा बंद कर दिया गया था। जी हाँ अब तक तो आप समझ गए होंगे की हम इस पोस्ट में पुरानी पेंशन योजना बहाली की बात करने वाले हैं।
आपको मालूम होगा की अब तक कुल 5 राज्यों द्वारा पुरानी पेंशन योजना बहाली की जा चुकी है। लेकिन अब भी कई राज्यों में इसकी (OLD PENSION SCHEME) मांग लगातार की जा रही है।
OLD PENSION SCHEME बहाली के लिए सौंपा पत्र
प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल के नेतृत्व में कुछ दिनों पहले बस्ती (Basti) में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने शिक्षकों ने विशाल धरना दिया था। उस वक़्त प्रदर्शनकार्यों ने एनपीएस का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन जाता था।
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धरने के बाद पुरानी पेशंन बहाल किए जाने और बेसिक शिक्षा परिषद में नियुक्त किए गए ठेका, मानदेय, शिक्षक, संविदा, शिक्षा मित्र, रसोईया, लेखाकार, अनुदेशक, कम्प्यूटर ऑपरेटर और जिला समन्वयक आदि को नियमित वेतनमान का कर्मचारी बनाए जाने आदि की मांग पर केन्द्रित एक सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी उप तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को सौंपा गया था।
इस वजह से की जा रही है पुरानी पेंशन योजना की मांग
धरना में बाद संघ के जिलाध्यक्ष उदय शुक्ल से बात चीत से बड़ा खुलासा हुआ था। जिसमे उन्होंने कहा था कि, एनपीएस की दुर्दशा काफी खराब है, इस के बारे में ब्यान ही नहीं किया जा सकता है। 2005 में लागू हुए एनपीएस (राष्ट्रिय पेंशन प्रणाली) में समय से ना ही खाते खुले और न ही राशि कटौती वयवस्थित ढंग से हुई।
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सरकार के इस दोषपूर्ण व्यवस्था के चलते अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक आर्थिक, मानसिक उत्पीड़न से जूझ रहे हैं। आकस्मिक दैवीय घटना होने पर किसी भी परिवार का भविष्य सुरक्षित नहीं रह गया है।
21 अक्टूबर को यूपी के स्कूलों में होगी तालाबंदी
आपको बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ द्वारा पुरानी पेंशन योजना बहाली को ठुकराया जा चूका है। उन्होंने OPS (पुरानी पेंशन योजना) के जगह NPS (नेशनल पेंशन प्रणाली) को सही बताया था।
उधर संघ जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल ने कहा था कि देश हर्षद मेहता सहित शेयर बाजार में हुए अनेकों घोटालों को बारीकी से जानता है। पुरानी पेंशन की बहाली कोई नई मांग नहीं है इसकी मांग कई सालों से की जा रही है। सेवानिवृत्त के बाद शिक्षकों को जीवन यापन हेतु उनके और उनके परिवार से छीनी गई सुविधा को वापस दिलाया जाए।
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उन्होंने आगे कहा की कोर्ट ने भी हमारे इस मांग को सही ठहराया था तो फिर सरकार इसे देने से इंकार क्यों कर रही है। अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया तो 21 अक्टूबर को पुरे प्रदेश के स्कूलों में ताला बंदी होगा।
इन राज्यों में भी मांग OPS जारी
- बिहार
- दिल्ली
- हरियाणा इत्यादि
राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखण्ड
पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर 21 अक्टूबर 2023 होगी ताला बंदी!
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