Salary Update: बिहार में नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान का मामला हमेशा की तरह फिर से फस गया है! जहाँ एक तरह बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक शिक्षा विभाग को सुचारु रूप से चलाने के लिए दिन रात एक रहे हैं वहीं शिक्षकों के वेतन भुगतान में बार-बार बिना कारण देरी। शिक्षकों के मनोबल को तोड़ता है।
क्या है वेतन भुगतान में देरी का कारण ?
राजयभर में नियोजित शिक्षकों का सक्षमता परीक्षा लिया जा रहा है, परीक्षा फॉर्म भरने वाले शिक्षकों में बड़ी संख्या में फ़र्ज़ी शिक्षकों का पता चला है!
विभाग का कहना है कि राज्य भर में कई शिक्षक एक ही प्रमाण पत्र पर नियुक होकर नौकरी कर रहे हैं, जो काफी खेद जनक है। विभाग इस पर अब सख्ती दिखा रही है।
इसी क्रम में सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि ऐसे फ़र्ज़ी शिक्षकों का वेतन रोका जाये जो एक ही प्रमाण पत्र पर बहाल हैं।
हालाँकि शिक्षा विभाग पटना से ऐसे शिक्षकों की एक लिस्ट जारी किया गया है! लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी अपनी ओर से इस मामले में सजगता दिखा रहे हैं। जिसके चलते शिक्षकों का प्रमाण पत्र खंगाला जा रहा है। जिस कारण वेतन भुगतान में देरी हो रही है।
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